वेलेन्टाइन डे
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चौदह फरवरी क्या आया
प्यार के फूल खिल गये,
मचलने लगे युवाओं के दिल
और पुष्पों का आदान प्रदान
होने लगा |
पुष्पों के रंग
व्यक्त करने लगे
भावनाओं को
शब्द हो गयें हैं मौन|
दिल की कोमल संवेदना
फूलों की पंखुडियों मे समा गयीं,
और बिन ध्वनि
सब कुछ कह गयीं |
बहने लगी चहुं ओर
प्रेम की मादक पवन,
होने लगा दिलों मे
मधुर मधुर स्पन्दन |
स्वीकार कर प्रेम का
ये नाजुक बन्धन,
करने लगे लोग 'वेलेन्टाइन डे' का
जोर शोर से अभिनन्दन ||
अमित कुमार सिंह
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